शायर हूँ कोई फ़रिश्ता तो नहीं
तेरा दर्द मेहसूस कर सकता हूँ
पर मिटा सकता नहीं
चाहो तो कुछ दर्द पन्नों पर उतार लो
...
आज फिर आना मेरे सपने में
और मुझको रुला जाना,
बंद आँखों में तस्वीर अपनी छुपा जाना
तन्हाई सी रात को आसुंओं से भिगो जाना
...
'सादगी' एक संस्कार है
या यूं कहें कि
ईश्वर द्वारा पहनाया गया एक पोशाक है
जिसमें कोई दाग़ न लग जाए
...
दया की दृष्टि से हेरो हमें हे शारदे देवी ।
कुबुद्धि को मिटा हीय से सुमति दो, शारदे देवी ।
...