Indian women, they hold their place,
Laws have been made to ensure their grace.
Yet oppression still does reign,
An irony that causes pain.
...
सुंदर सुसंस्कृती आज भी, इसका वर्णन है,
आज भी लिहाज़ में 'मैं, आप, और हम है!
पिता आज भी, वही टीन वाला ही खप्पर है,
...
ऐ भारत! तूझे कोटि कोटि प्रणाम
रहे गौरव गाथा का सदा जग में प्रमाण,
अंतरिक्ष में तेरा अब तो परचम लहराता,
सूर्य तारों से नयन, अदा से है मिलाता।
...
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी,
नए दौर में करवा चौथ, अब के नई मनानी,
हम पापा की परियां, हैं तो लिखी पढ़ी जनानी!
लगा लो नौकर चाकर, हुई हम तो घरों की रानी!
...
दर्द का दरिया गुजरे वक्त हुआ,
मुस्कुराहटों पर सायों की अभी कमी न थी।
बक्श भी दो इनको, कहीं ये ही ना कह बैठे,
करने वालों ने कभी इनायत की ही नहीं।
...
सभी के लिए क्यों नहीं, सर्वदा रास्ता खुला सा हो?
अपने अपने किस्से-कहानियां, बयां खूब करने को!
चलने का हो अधिकार, भले ही कदम कितने ही भटकें हो!
अपना अपना जीवन, अतरंगी - सतरंगी जीने को!
...
बादल आज तुम जम के बरसो,
धरा की प्यास बुझाने बरसो,
तुम इसको अमृत से भर दो,
धरती को फिर पावन कर दो।
...
In a land not so far away,
Where the sun shone bright, but people blindfold obeyed,
A tyrant ruled with an iron sway,
And the people lived in fear and dismay.
...
चलिए कुछ अच्छा कह जाएं,
चलिए कुछ अच्छा सुन जाएं,
चलिए कुछ अच्छा कर जाएं,
पैसों से दूर, इक जहां सजाएं,
...
Saroj Gautam
Poet's Page Poems More
परी के पापा fairy's Father
♡
...