My Last Will (selected parts)
Originally Written by Sir Walter Reilley
(22/1/1552 - 29/10/1618)
मेरी अंतिम वसीयत (कुछ अंश)
मूल कवि: सर वाल्टर रैली
हिंदी अनुवाद रजनीश मंगा द्वारा
जब मुझे सुरक्षित दफनाया जायेगा
सब काम मेरा व खेल ख़त्म हो जायेगा
मैं जब धरती की गोद में सो जाऊँगा
दृश्य व स्वर की दुनिया से परे हो जाऊँगा
अधिक नहीं दो चार शख्स तो ऐसे होंगे
जो याद करेंगे मुझको और दुखी होंगे
यह सोच कर कि मैंने उनको हर्षाया था
अपनी उन बातों से जो मैं उनसे कहता रहता था
मगर उन्हें जो बात सार्वाधिक व्यथित करेगी
वो मेरी अव्यवस्थित सी जीवन शैली है.
यह सोचने पर उनको अच्छा नहीं लगेगा
मेरे जीवन का हाल भला कैसे बदलेगा!
बिना पढ़ी किताबें और कुछ सामान बाकी है
बिलों के ढेर हैं जिनका अभी भुगतान बाकी है
ब्रश, रेज़र और शेविंग का सामान बाकी है
बिन ढक्कन की बोतलों से भरा हुआ मकान
फालतू चीजों से भरे हुए डिब्बे हैं
बिछड़े हुए दोस्तों के ख़त हैं
बेरंग टाइयां और पेंटों के टूटे ब्रेसेस है
कोनों नुक्कड़ में जिनको ठूँसा जाता था
खुल्ली पतलूनें व पुराने कोट हैं
पुराने लेक्चरों के ढेरों नोट हैं
और वह भूतों के घर जैसे नज़ारे हैं
बूटों और जूतों की अजब कतारें हैं
मेरे चाहने वाले, जिन्हें छोड़ कर मैं चला जाऊँगा
वे सभी काफी अच्छे स्वभाव वाले हैं
मेरे स्थान पर मुझे नहीं जब मेरी चीजों को पायेंगे
तब मेरे मरने की खबर से शोकमग्न हो जायेंगे..
वे दुखी होंगे; मगर प्रिये तुम तो वह हो
जिसने डर होता है क्या, यह कभी न जाना,
ओ निडर साथी मेरी जवानी के दिनों की,
पवन सी स्वच्छंद और सत्य जैसी सच्ची,
इस तरह की विषादपूर्ण बातें
छीन लेंगी तुमसे तुम्हारीखुशियाँ, मेले, समारोह.
जला डालो सभी कागज़, किताबे बेच दो सारी;
सब कुछ साफ़ कर देना कोने नुक्कड़ अलमारी;
एक बड़ी चिता तैयार करो
उस पर पुरानी इच्छाओं की पार्थिव देह धरो
जलने दो और जला कर भस्म कर डालो
बचे न कुछ भी शेष उसे यूँ ख़त्म कर डालो
और जब यह सब कुछ तुम पूरा कर लो
यदि फिर भी यादें कल की तुमको तड़पायें
और पीड़ा के क्षण तुमको बहलानेलग जाये
इन सबको काबू में रखना, और नया सफ़र आरंभ करो.
l enjoyed your creation up to the brim... Full credit.
A commendable translation keeping the soul of the poem vibrating.....10 और जब यह सब कुछ तुम पूरा कर लो यदि फिर भी यादें कल की तुमको तड़पायें और पीड़ा के क्षण तुमको बहलानेलग जाये इन सबको काबू में रखना, और नया सफ़र आरंभ करो.
बढ़िया तर्जुमा और प्रस्तुति.. real 10 मे जीवनी नहीं लिख पाया पर सदा ही सुख पाया जवान के मूल्यों को मैंने सदा अपनाया अपने साथियो को कभी भी नाराज नहीं किया। मे पीछे कुछ नहीं छोड़े जा रहा बस थोड़ी सी किताबे और यादें दे रहा काम आती हो तो रख लेना या फिर किसी ग्रंथालय में दान दे देना। हसमुख मेहता
bahut badhiaa janaab, i loved and liked.. clear 10 मेरे लिए दुआ करे सोमवार, १९ अक्टूबर २०२० जब बंध हो जाएगी मेरी आँखे मेरे चेहरे को सब शांति से देखे से देखे कभी ना आंसू बहाए और हैरानी करे संसार में सब को जाना है इसलिए मेरे लिए दुआ करे। डॉ.जाड़िआ हसमुख