ओह मेरे खुदा
माँगता हूं तुझसे सबकी खैर
ऐ दुनिया के लोगों
मत रखो किसी से वैर
सब की सलामती की
दुआ माँगा करो
दुशमन में भी खुदा नजर आए
ऐसी आँखे माँगा करो
This poem has not been translated into any other language yet.
I would like to translate this poem
जिसका दिल खुबसूरत है वह हरेक में खूबसूरती तलाश करता है. वह हरेक में अपनापन देखता है और सबको भाईचारे का पैगाम देता है. बहुत बहुत धन्यवाद, सुखबीर जी.
Thanks Sir for appreciation